Surya Grahan 2025: आप 2025 में लगने वाले सूर्य ग्रहण के बारे में जानना चाहते हैं, जो 4 घंटे से भी ज़्यादा लंबा चलेगा। चलिए, मैं आपको इसके बारे में सबकुछ आसान शब्दों में बताता हूँ।

2025 में लगने वाले सूर्य ग्रहण
HIGHLIGHT
Surya Grahan 2025: यह एक खगोलीय घटना है, जो बहुत सुंदर और अनोखी होती है। ज्योतिष और मान्यताओं के हिसाब से यह एक ऐसा समय है जब ब्रह्मांड में ऊर्जा बदलती है, जिसका असर हम सब पर और हमारे आसपास के माहौल पर भी पड़ता है। माना जाता है कि ग्रहण के समय कोई भी अच्छा या नया काम (जैसे शादी, गृह प्रवेश, कोई बड़ी खरीदारी या नया बिजनेस शुरू करना) नहीं करना चाहिए। कहते हैं कि इस समय शुरू किए गए काम में सफलता नहीं मिलती। ऐसी भी मान्यता है कि ग्रहण के समय कुछ भी खाना-पीना नहीं चाहिए, क्योंकि उस वक्त की नकारात्मक ऊर्जा खाने को दूषित कर सकती है।
सूर्य ग्रहण 2025 (Surya Grahan Date)
2025 के आखिरी सूर्य ग्रहण के बारे में जानते हैं। यह ग्रहण 21 सितंबर 2025, दिन रविवार को लगेगा। क्योंकि जब यह ग्रहण लगेगा, तब भारत में रात हो चुकी होगी। सीधी सी बात है, जब सूरज ही नहीं होगा तो उसका ग्रहण कैसे दिखेगा यह रात को 10 बजकर 59 मिनट पर शुरू होगा और अगली सुबह 3 बजकर 23 मिनट तक चलेगा। जब ग्रहण दिखेगा ही नहीं, तो भारत में इसका सूतक काल भी नहीं माना जाएगा। इसका मतलब है कि लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको सावधानियां नहीं बरतनी है आपको सावधानियां बरतनी है आपको पूजा-पाठ या खाने-पीने से जुड़ा परहेज करने की ज़रूरत है।
सूर्य ग्रहण: ये गलतियां न करें
जब सूर्य ग्रहण लगता है, तो हमारे बड़े-बुजुर्ग और ज्योतिष को मानने वाले लोग कुछ बातों का ध्यान रखने की सलाह देते हैं। यहाँ बताया गया है कि इस दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं जैसे शादी, सगाई, गृह प्रवेश, नया बिजनेस शुरू करना या कोई बड़ी खरीदारी। माना जाता है कि ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले (जिसे सूतक कहते हैं) से लेकर ग्रहण खत्म होने तक कोई भी नया और अच्छा काम नहीं करना चाहिए। इस समय शराब, नॉन-वेज या बहुत ज़्यादा तेल-मसाले वाला भारी खाना खाने से बचना चाहिए। कहते हैं कि इस समय माहौल में नकारात्मक ऊर्जा होती है, जो सेहत पर बुरा असर डाल सकती है। ग्रहण के दौरान बाल काटना, शेविंग करना या नाखून काटना भी मना होता है। मान्यता है कि ग्रहण के दौरान पकाया गया भोजन दूषित हो सकता है। अगर घर में खाना पहले से बना हुआ है, तो उसमें तुलसी का पत्ता डालकर रख दें, ताकि उस पर ग्रहण का असर न हो। इस दौरान मंदिर या पूजा घर को किसी कपड़े से ढक देना चाहिए। भगवान की मूर्तियों को भी छूना मना होता है।
तो फिर इस समय क्या करें?
आप आराम से बैठकर अपने मन में किसी भी भगवान का नाम या कोई मंत्र (जैसे गायत्री मंत्र) जप सकते हैं। इससे मन शांत रहता है और ग्रहण का बुरा असर नहीं होता। कोई भी धार्मिक या अच्छी किताब पढ़ना भी इस दौरान बहुत शुभ माना जाता है।